स्मार्ट मीटर की स्थापना के लिए नहीं देना होगा कोई अतिरिक्त शुल्कबिजली बिल संबंधित नहीं होगी कोई समस्या, मोबाइल की तरह रिचार्ज कर सकेंगे स्मार्ट मीटरवाराणसी। मंडलायुक्त वाराणसी कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में स्मार्ट मीटिरिंग प्रोजेक्ट के सर्विस प्रोवाइडर मेसर्स जीएमआर काशी स्मार्ट मीटर्स लिमिटेड ने वाराणसी क्लस्टर के प्रोजेक्ट के संबंध में प्रस्तुतीकरण किया। यहां डीएम एस. राजलिंगम, जेपीसी के. एजिलरासेन, शंभू कुमार, प्रबन्ध निदेशक पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, हिंमाशु नागपाल सीडीओ वाराणसी, जितेन्द्र नलवाया, निदेशक तकनीकी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, संतोष कुमार जाडिया निदेशक वित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, अरविन्द कुमार सिंघल मुख्य अभियन्ता, वाराणसी - प्रथम एवं जीएमआर से मुख्यकार्यपालक अधिकारी देवतोष चतुर्वेदी ने हिस्सा लिा। मेसर्स जीएमआर लिमिटेड ने स्मार्ट मीटिरिंग प्रोजेक्ट एवं तकनीक, प्रोजेक्ट के अन्तर्गत अब तक किये गये कार्य, स्मार्ट मीटर के लाभ, स्मार्ट मीटर के बारे में भ्रांतियां इत्यादि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। स्मार्ट मीटिरिंग प्रोजेक्ट के वाराणसी क्लस्टर के अन्तर्गत वाराणसी, गाजीपुर, चन्दौली, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया एवं मऊ जनपद में कुल 27.3 लाख उपभोक्ताओं, वितरण परिवर्तकों एवं फीडरों पर स्मार्ट मीटर स्थापित जायेंगे। डिस्कॉम द्वारा उपभोक्ताओं से स्मार्ट मीटर लगाने का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
स्मार्ट मीटर विद्युत उपयोग को रिकॉर्ड करने मीटर सम्बन्धित सूचना दूरस्थ स्थान तक पहुंचाने एवं दूरस्थ स्थान से विद्युत आपूर्ति को नियंत्रण करने की सुविधा प्रदान करता है। स्मार्ट मीटर बिजली खपत को सटीकता से मापने में सक्षम है जिससे उपभोक्ताओं को उनके वास्तविक खपत के आधार पर बिल प्राप्त होंगे। स्मार्ट मीटर में रियल टाइम डेटा उपलब्ध कराने की सुविधा होने के कारण उपभोक्ता अपने बिजली के खपत को मॉनिटर कर सकते हैं एवं अनावश्यक खर्च को कम कर सकते हैं जिससे उपभोक्ताओं के बिजली बिल में कमी आ सकती है। स्मार्ट मीटर में दूरस्थ स्थान से सूचना प्राप्त करने की सुविधा होने के कारण बिजली कटौती एवं पुनर्स्थापना की सेवाओं को स्वचलित किया जायेगा जिससे समय व संसाधन की बचत होगी एवं उपभोक्ताओं सेवाएं बेहतर होंगी।
स्मार्ट मीटर स्वचलित रूप से काम करता है और उपभोक्ता का किसी विशेष तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती है। स्मार्ट मीटर को मोबाइल की तरह ही आसानी से रिचार्ज किया जा सकता है। स्मार्ट मीटर से संचारित डेटा एनकिरेप्टेड होता है एवं डेटा की गोपनीयता सुनिश्चित की जाती है ।
स्मार्ट मीटरिंग प्रोजेक्ट के वाराणसी क्लस्टर के अन्तर्गत स्मार्ट मीटर लगाने हेतु अब तक 5,15,122 उपभोक्ताओं, 29,366 वितरण परिवर्तकों एवं 1477 फीडरों का सर्वे पूर्ण कर लिया गया। सर्वे हेतु जी०एम०आर० एजेंसी द्वारा प्रत्येक उपभोक्ता का घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है। सर्वे से प्राप्त डेटा की त्रि-स्तरीय तकनीकी गुणवत्ता जांच की जा रही है। जांच के उपरान्त डेटा सही पाये जाने पर स्मार्ट मीटर की स्थापना की जा रही है।
उपभोक्ताओं में स्मार्ट मीटर से सम्बन्धित जागरूकता बढ़ाने एवं स्मार्ट मीटर के लाभ से अवगत कराने हेतु माननीय जनप्रतिनिधियों, रेसिडेंसियल वेलफेयर एसोसिएशन का भी सहायोग प्राप्त किया जाएगा। साथ ही कार्यदायी संस्था एवं विभाग के द्वारा विभिन्न प्रकार के जागरूता अभियान जैसे सोशल मीडिया, बेबसाइटों, एस०एम०एस०, वैनरों एवं 1912 ( कंट्रोल रूम), विद्यालय में कैम्प लगाकर जागरूकता को बढ़ाकर स्मार्ट मीटर से सम्बन्धित भ्रांतियों का दूर किया जायेगा।
आयुक्त महोदय ने इस परियोजना की सरहाना करते हुए शीघ्र और सफल क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह योजना उपभोक्ताओं के लिए अत्यन्त लाभकारी सिद्ध होगी और विद्युत वितरण क्षेत्र में उपभोक्ता सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।